Tuesday, February 8, 2011

इस बार होली में

----ओंम प्रकाश नौटियाल
रंगत लिए हों प्यार की बरसाना ऐसे रंग
तकरार का क्या काम इस बार होली में
जो कुछ कहो किसी से हो मीठी जुबान में
मृदु वाणी ही मिष्ठान हो इस बार होली में
इठलाती टोलियाँ हों खुशियाँ ठिठोलियाँ हों
हर चेहरे पर शबाब हो इस बार होली में
अट्टालिका से उतरो और खेलो झुग्गियों में
यारों मिटा दो उंच नीच इस बार होली में
इस देश में कोई भी अब खौफजदा हों
भाषा जाति छेत्र पूछो इस बार होली में
रंगो की रंगीनियत से हों रंगीन हर एक रंग
जीवन में रंग ही रंग हों इस बार होली में

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